नाम बदलने को लेकर प्रतीकात्मक केदारनाथ मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला ने क्या कहा,जानिए?
नई दिल्ली:दिल्ली के बुराडी में प्रतीकात्मक केदारनाथ मंदिर का निर्माण करवाने वाले ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला मंदिर निर्माण को लेकर बढ़ रहें विवाद के बाद अब बैकफ़ुट पर नजर आ रहें हैं।बीते दिनों सुरेंद्र रौतेला की संस्था का एक टैरिफ़नुमा पोस्टर सोसल मीडिया पर वाईरल हुआ हो रहा था,जिसके बाद प्रतीकात्मक मंदिर बनाने के पीछे सुरेंद्र रौतेला के ईरादे जनता के सामने आ चुके थे।इस पोस्टर के वाईरल होने के बाद वह लोगो के बीच काफ़ी ट्रोल भी हुए,लोगो ने धामी सरकार को सीधे सीधे ज़िम्मेदार बताते हुए सरकार का भी विरोध करना शुरू कर दिया।हालाँकि अब तीर्थपुरोहितों के कड़े विरोध और धामी सरकार की बदनामी के बाद अब सुरेंद्र रौतेला मंदिर का नाम बदलने की बात कह रहें हैं।
बुराड़ी में बन रहे प्रतीकात्मक केदारनाथ मंदिर को लेकर उठे विवाद पर श्री केदारनाथ धाम दिल्ली ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला ने कहा कि अगर दिल्ली में बनने वाले मंदिर का नाम केदारनाथ मंदिर रखने से भक्तों की भावनाये आहत हो रही हैं, तो ट्रस्ट मंदिर का नाम बदल देगा,सुरेंद्र रौतेला ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धर्म रक्षक हैं, इसलिए उन्हें मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में ट्रस्ट की ओर से आमंत्रित किया गया था।मुख्यमंत्री का मंदिर ट्रस्ट से कोई लेना-देना नहीं है।
बता दें कि केदारनाथ से साथ ही यमुनोत्री,गंगोत्री,और बद्रीनाथ धाम में श्री केदारनाथ का प्रतीकात्मक मंदिर दिल्ली के बुराडी में बनाये जाने को लेकर तीर्थपुरोहितों का विरोध जारी हैं।केदारनाथ के तीर्थपुरोहितों का कहना हैं कि उन्हें जानकारी तक ही नहीं लगी कि केदारनाथ धाम से शिला कब दिल्ली पहुँचाई गई,ग़लत ईरादो को लेकर सब काम चुपचाप किया जा रहा था।इसकी जानकारी उन्हें तब लगी जब मुख्यमंत्री धामी मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में दिल्ली पहुँचे थे,कहा कि वह किसी भी क़ीमत पर दूसरा केदारनाथ मंदिर कहीं और नहीं बनने देंगे।