चमोली(गोपेश्वर) चमोली में तैनात ज़िला खाद्य पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी को चमोली के डीएम से झूठ बोलकर उन्हें गुमराह करना भारी पड गया।चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने खाद्य पूर्ति अधिकारी पर कार्यवाही करते हुए उनकी एक दिन की सेवा पर ब्रेक लगा दिया हैं।वहीं ज़िला खाद्य पूर्ति विभाग के कुछ अन्य कर्मचारियों के ऊपर भी कार्यवाही की भी खबर हैं।
सूत्रो के मुताबिक ज़िला खाद्य पूर्ति अधिकारी के ड्यूटी पर न होने की खबर मिलने पर चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी के द्वारा अपने स्तर से डीएसओ की लोकेशन की जानकारी पहले ही जुटा ली गई थी।फिर जाँचने के लिए डीएम ने डीएसओ को फ़ोन कर उनकी लोकेशन पूछी तो डीएसओ ने डीएम से झूठ बोलते हुए अपनी लोकेशन गौचर मेले में बताई,जबकि डीएसओ देहरादून में थे,डीएसओ के जबाब पर डीएम ने उन्हें डेढ़ घंटे के भीतर किसी महत्वपूर्ण कार्य से ज़िलामुख्यालय पहुंचने को कहा,डीएम का आदेश सुनकर डीएसओ के हाथ पांव फूल गए,जिसके बाद सारी बात डीएसओ ने डीएम को बता दी।
बता दें कि इन दिनों चमोली के गौचर में सात दिवसीय राज्य स्तरीय गौचर मेला चल रहा हैं।चमोली के जिलाधिकारी द्वारा मेले में रोस्टर के अनुसार अधिकारियों की ड्यूटी मेले में लगाई गई थी।ड्यूटी चैक करने पहुँचे मेलाधिकारी/एसडीएम कर्णप्रयाग संतोष पांडे के द्वारा डीएम को बताया गया कि ज़िला खाद्य पूर्ति अधिकारी अपनी ड्यूटी से नदारद हैं।जिसके बाद डीएम ने स्वयं ज़िला पूर्ति अधिकारी जसवंत कंडारी को फ़ोन कर उनकी लोकेशन पूछी,तो उन्होंने डीएम को बताया कि वह गौचर में ही अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं।डीएसओ के जवाब पर डीएम ने उन्हें तत्काल किसी महत्वपूर्ण कार्य का हवाला देते हुए जिला मुख्यालय स्थित डीएसओ कार्यालय पहुंचने को कहा,जिसके बाद डीएसओ के पसीने छूट गयें,क्योंकि डीएसओ तो गौचर में थे ही नहीं,वह तो बंक मारकर देहरादून अपने घर निकल गए थे,और देहरादून से गोपेश्वर पहुंचने में 6 घंटे लगते हैं,ऐसे में जब डीएसओ को कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने डीएम को फ़ोन पर बताया कि वह बिना अपने उच्चाधिकारियो को बताए अपने घर देहरादून चले गए थे,इतना सुनते ही डीएम डीएसओ की अनुशासनहीनता पर इतना नाराज हुए कि उन्होंने डीएसओ को कार्यदिवस पर अनुपस्थित पाते हुए उनकी एक दिन की सेवा तत्काल ब्रेक करनें के आदेश जारी कर दिए,डीएम की इस कार्यवाही से कामचोरी करने वाले कर्मचारियों में ख़ौफ़ का माहौल बना हुआ हैं।