
जोशीमठ: भारत तिब्बत सीमा पर स्थित नीति घाटी के मेहरगांव में मंगलवार देर रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब गांव में अचानक भीषण आग भड़क उठी।रात करीब 9 बजे लगी आग ने देखते ही देखते कई रिहायशी मकानों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे गांव के कई परिवारों के घर जलकर पूरी तरह खाक हो गए। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है, हालांकि प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी की आशंका जताई जा रही है।गनीमत रही कि इन दिनों गांव के लोग अपने निचले इलाकों के घरों में रहते है।
आग की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया।जोशीमठ के उप जिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने बताया कि निकटवर्ती क्षेत्र में तैनात आईटीबीपी की टीम को तुरंत घटनास्थल पर रवाना किया गया। इसके साथ ही पुलिस, प्रशासन और फायर सर्विस की टीमें भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंचीं। दुर्गम क्षेत्र और संकरे रास्तों के बावजूद राहतकर्मियों ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया।
अचानक लगी आग से प्रभावित परिवारों में दहशत का माहौल रहा। लोग जान बचाने के लिए घरों से बाहर निकल आए,जबकि कई घरों में रखा घरेलू सामान, अनाज,कपड़े और जरूरी दस्तावेज जलकर नष्ट हो गए। हालांकि देर रात तक किसी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है।
प्रशासन द्वारा आग से प्रभावित लोगों के लिए तात्कालिक राहत के इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने, भोजन और जरूरी सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, आग से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए राजस्व विभाग की टीम को भी मौके पर भेजा गया है। प्रशासन ने ग्रामीणों से संयम बनाए रखने की अपील करते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।




