चमोली(थराली) सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन में चमोली के थराली विकासखंड से घोटाले की खबर सामने आई हैं।यहां जल जीवन मिशन और जिला योजना के मद से थराली के सुनला गाँव में बिछाई गई पाइप लाइन में हुई अनियमिता को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता गोपाल वनवासी ने थाना थराली में जल निगम के अवर अभियंता हेमन्त कुमार और जिला पंचायत के अवर अभियंता कुलदीप नेगी और अन्य के खिलाफ लिखित तहरीर देकर मुकदमा दर्ज की माँग की है।
डीएम चमोली के निर्देशों पर गठित जाँच कमेटी के अध्यक्ष और थराली उपजिलाधिकारी अबरार अहमद ने बताया कि सुनला गांव में जल जीवन मिशन के तहत जो जांच की गई थी ,उसकी जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।जांच में आँगणन के मुताबिक 1375.10 मीटर पाइप लाइन कम पाई गई हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक जल जीवन मिशन के तहत चमोली ज़िले के थराली और देवाल विकासखंड में 88 पेयजल योजनाओं की जांच को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता गोपाल वनवासी ने चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी को शिकायती पत्र भेजा था।पत्र का संज्ञान लेते हुए डीएम ने थराली के उपजिलाधिकारी अबरार अहमद की अध्यक्षता में पेयजल योजना की जांच के लिए खंड विकास अधिकारी और कोषाधिकारी सहित राजस्व विभाग,सिंचाई विभाग,जल संस्थान के अधिकारियों की कमेटी गठित कर मामलें की जाँच के निर्देश दिए थें।
कमेटी की जाँच रिपोर्ट में सुनला गांव में जल जीवन मिशन पेयजल योजना के तहत बिछाई गई 4025 मीटर पाइप लाइन की एम.बी बनाकर संबंधित विभाग के द्वारा ठेकेदार को भुगतान किया गया था।जबकि जांच टीम को मौके पर महज 2649 मीटर पाइपलाइन ही बिछी हुई मिली।शिकायतकर्ता के अनुसार इसी पाइपलाइन पर जल जीवन मिशन के साथ साथ जिला योजना का भी बजट खर्च किया गया है।जिसमे जिला योजना के 15वें वित्त की निधि से 2 लाख 30 हजार रुपये का भुगतान किया गया है।अब एक ही स्टैंड पोस्ट को दोनों विभाग अपना-अपना बता रहे हैं। जबकि आरटीआई कार्यकर्ता वनवासी का कहना हैं कि जिला योजना में ऐसी कोई नई पाइप लाइन ही नहीं बिछाई गई है,उन्होंने आशंका जताई हैं कि विभागों की मिलीभगत के चलते एक ही योजना को दो बार नाप कर सरकारी धन की बंदर बांट किए जाने की संभावना हैं।इसी को लेकर उन्होंने थाना थराली में लिखित तहरीर देकर पेयजल योजना में गड़बड़ी करने वाले जिम्मेदारों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की है।