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गधे हैं उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र और तीरथ!महिला पटवारी ने ये क्या कह डाला

महिला पटवारी का रिश्वत की डिमांड करने का आडियो वाईरल,दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को कह डाला गधा

इन दिनो लैंसडाउन तहसील के पटवारी और कानूनगो से सम्बंधित रिश्वत मांगती ऑडियो सोडियल मीडिया पर जमकर वाईरल हो रही हैं। जिसमें एक महिला पटवारी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रीयों को गधा तक़ कहा जा रहा हैं।आडियो में महिला पटवारी किसी नीरज नाम के व्यक्ति से हैसियत प्रमाण पत्र को बनाने के एवज में क़ानूनगो को रिश्वत देने के लिए प्रेरित कर रही हैं।नीरज गर्ग ने यह भी आरोप लगाया हैं कि क़ानूनगो के द्वारा भी 3000 रुपयों की माँग की गई थी।जिससे लैसडॉउन तहसील के कई अधिकारी भी अब रडार में आ गए हैं।

 क्या हैं मामला———

पीड़ित नीरज गर्ग के मुताबिक़ वह अपना हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील लैंसडाउन गया था।जंहा क़ानूनग़ो ने उनसे प्रमाण पत्र बनाने के एवज में 3000 रुपयों की रिश्वत माँगी।प्रमाण पत्र बन जाने के बाद जब मैंने रिश्वत के पैसे नही दिए तो क़ानूनग़ो के द्वारा स्थानीय पटवारी वंदना टम्टा से मुझे रिश्वत के पैसे दिलवाने के लिए बार बार फ़ोन करवाया गया।वंदना के रिश्वत की डिमांड के लिए बार बार आने वाले फ़ोन काँल से परेशान होकर उन्होंने बातचीत का आँडियो रिकार्ड किया।

आडियो वाईरल होने के बाद लैंसडाउन तहसील के अधिकारियों में हड़कंप मच गया हैं।ऑडियो सुनने के बाद आडियो का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान द्वारा तत्काल जांच के आदेश भी उपजिलाधिकारी लैंसडाउन को दिए गए हैँ।जिसके बाद पीड़ित नीरज अग्रवाल ने तहसीलदार लैंसडाउन को अपने बयान भी  दें दिए हैं।

नीरज का कहना हैं कि लगातार उनके ऊपर बयान बदलने के लिए कई लोग़ो के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है।नीरज का कहना है कि उस पर जो बीती थी वही उसने तहसीलदार लैंसडाउन के सामने बयान दिया है।लेकिन उसको आशंका है कि उसके बयानों के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है।नीरज को संदेह हैं कि यदि 10 नवंबर साँय को लिए बयान अभी तक जिलाधिकारी के पास क्यों नही पहुँचे,कहना हैं कि जब स्वयं उनके द्वारा तहसीलदार को दिए गए  बयानों की छायाप्रति माँगी जाती हैं।तो उन्हें उनके द्वारा ही दिए गए बयानो की छायाप्रति क़्यो नही दी जा रही है।

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