नही रहे संघर्षों के साथी गुड्डु लाल,2017 थराली विधानसभा उपचुनावो में उड़ा दी थी भाजपा कांग्रेस की नींद
ततैयों के काटने के हुए थे बीमार,श्रीनगर बेस अस्पताल में उपचार के दौरान तोड़ा दम
उत्तराखंड राज्य स्थित चमोली जनपद में नंदानगर विकासखंड के एक छोटे गाँव लाँखी से ताल्लुक़ रखने वाले जन नेता गुड्डु लाल का आज श्रीनगर बेस अस्पताल में निधन हो गया हैं।गाँव में ही ततैयों के काटने के बाद से वह बीमार चलने के बाद वह ज़िला अस्पताल गोपेश्वर में अपना उपचार करवा रहे थे।आज सोमवार सुबह अचानक उनकी तबियत बिगडने पर उन्हें श्रीनगर बेस अस्पताल रैफ़र किया गया,जंहा उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।वह अपने पीछे पत्नी व अपने छोटे छोटे बच्चों को छोड गए हैं।
अपने गाँव में ग्राम प्रधान बनने से ज़िला पंचायत सदस्य व विधायकी की दावेदारी तक ऐसा रहा गुड्डु लाल का राजनैतिक सफ़र…
गुड्डु लाल का राजनीतिक सफ़र अपने गाँव लाँखी से उपचुनावों में ग्राम प्रधान चुने जाने के साथ शुरू हुआ।जिसके बाद गुड्डु लाल ने नंदानगर की 26 भेंटी वार्ड की आरक्षित सीट से भाजपा से समर्थन पाकर ज़िला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और क्षेत्र के दिग्गज नेता शेरी राम भेटवाल और शिवलाल स्नेही को करारी शिकस्त देते हुए जीत हासिल की।जिसके बाद गुड्डु लाल ज़िला योजना समिति के सदस्य भी चुने गए।गुड्डु लाल ने वर्ष 2017 में भाजपा थराली विधानसभा से निर्दलीय चुनाव भी लड़ा और प्रचंड मोदी लहर के बीच भी गुड्डु लाल को बग़ैर धनबल के 7000 से अधिक मत पड़े।हालाँकि उस दौरान भाजपा के मगन लाल शाह विजय रहे।वर्ष 2018 में भी थराली विधानसभा से भाजपा विधायक मगन शाह के निधन के बाद गुड्डु लाल ने एक बार फिर विधायक की दावेदारी की।लेकिन उस दौरान बदरीनाथ विधायक और मौजूदा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और उस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे अजय भट्ट के द्वारा गुड्डु लाल क़ो भाजपा प्रदेश कार्यलय में एक बड़े समारोह के बीच भाजपा की सदस्यता दिलवाई गई।लेकिन जब गुड्डु लाल को थराली वि.स उपचुनावों में टिकट न देकर दिवंगत विधायक मगन लाल शाह की पत्नी मुन्नी देवी शाह को थराली सीट से भाजपा हाईकमान ने टिकट देने का फ़ैसला लिया तो,नाराज़ गुड्डु लाल ने एक बार फिर भाजपा से बग़ावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।उस समय गुड्डु लाल के इस फ़ैसले ने भाजपा के हाथ पाँव फूला दिए।लेकिन नामांकन के लिए दस्तावेज़ो में कुछ कमियाँ रहने के कारण गुड्डु लाल नामांकन नही कर पाए, तब जाकर भाजपा ने राहत की साँस ली।और भाजपा उम्मीदवार मुन्नी देवी शाह अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के ड़ा जीतराम को क़रीब 2000 से अधिक मतों से पराजित कर विधायक चुनी गई।जिसके बाद पुनः गुड्डु लाल भाजपा में शामिल हो गए।
जब आम आदमी पार्टी के भी विधायक उम्मीदवार रहे गुड्डु लाल…
उत्तराखंड में हाल ही में वर्ष 2022 विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने गुड्डु लाल की लोकप्रियता को देखते हुए गुड्डु लाल को आम आदमी पार्टी में शामिल कर थराली विधान से गुड्डु लाल को आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया।हालाँकि गुड्डु लाल को इस बार पार्टी के टिकट पर जनता का अधिक समर्थन नही मिल पाया।और गुड्डु लाल को हार का सामना करना पड़ा।जिसके बाद गुड्डु लाल आम आदमी पार्टी का दामन छोड़कर पुनः भाजपा में शामिल हो गए।
संघर्षों के साथी रहे गुड्डु लाल,प्रदेश के बड़े आंदोलनों में शुमार नंदप्रयाग – घाट डेढ़ लेंन सड़क आंदोलन से लेकर कई आंदोलनों में अहम भूमिका…
गुड्डु लाल यू ही जनता के बीच लोकप्रिय नही बने,हालाँकि गुड्डु लाल विधायक़ीं का चुनाव न जीत पायें हो,लेकिन नंदानगर में गुड्डु लाल ने जनता की समस्याओं के साथ खड़े रहकर लोग़ो के दिलो को जीता था।नंदानगर घाट के सड़क आंदोलन में गुड्डु लाल कड़कड़ाती ठंड के बीच 24 घँटों से अधिक समय बीत जाने के बाद तक भी मोबाईल टावर पर सड़क बनवाने की माँग को लेकर चढ़े रहे थे।