ओडिशा में नक्सल ऑपरेशन के दौरान IEDब्लास्ट,CRPF के ASI सत्यबान कुमार सिंह शहीद…

राउरकेला/भुवनेश्वर : 14 जून 2025
रिपोर्ट: ऐश्वर्य सिंह
शनिवार की सुबह ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान हुए आईईडी ब्लास्ट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक अधिकारी शहीद हो गए।134वीं बटालियन के सहायक उपनिरीक्षक (ASI) सत्यबान कुमार सिंह,उम्र 34 वर्ष,को सुबह करीब 6 बजे के बलांग गांव के पास चल रहे तलाशी अभियान के दौरान जोरदार धमाके में गंभीर चोटें आईं।यह इलाका राउरकेला पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत आता है।विस्फोट में उनका बायां पांव बुरी तरह घायल हो गया,जिसके बाद उन्हें तुरंत राउरकेला के अस्पताल ले जाया गया।लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
ASI सत्यबान कुमार सिंह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के रहने वाले थे।वे अपने पीछे अपना हँसता खेलता परिवार छोड़ गए हैं,जिनकी आंखें आज देश के लिए अपने लाल को खोने के ग़म में नम हैं।यह संयुक्त ऑपरेशन CRPF और ओडिशा पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) द्वारा नक्सली मूवमेंट की सूचना पर किया जा रहा था।जवानों की सतर्कता ने इलाके में संभावित और बड़े हमले को टाल तो दिया,लेकिन देश ने एक जांबाज़ सपूत खो दिया।
पूर्वी भारत के कई राज्यों में पिछले एक दशक में नक्सली हिंसा ने गहरी जड़ें जमा ली हैं। झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बिहार जैसे राज्यों में नक्सल गतिविधियों ने न केवल सुरक्षा बलों को चुनौती दी है,बल्कि सड़क निर्माण, स्कूल, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य विकास कार्यों को भी अवरुद्ध करने कार्य किया है।सरकारी आंकड़ों के अनुसार,पिछले दस वर्षों में कई जवान और नागरिक नक्सली हिंसा का शिकार हो चुके हैं।इसके साथ ही नक्सलियों द्वारा करोड़ों से अधिक रुपये की सार्वजनिक सम्पत्तियो को नुकसान पहुंचाया गया है।इन क्षेत्रों में अब भी कई इलाके ऐसे हैं जहां नक्सल प्रभाव के चलते विकास की रफ्तार थमी हुई है।पूर्वी भारत के बंगाल से जन्मा ये नक्सलवाद आज सम्पूर्ण पूर्वी भारत को अपने चपटे में ले चूका है।नक्सलवाद का इतनी तेज़ गति से बढ़ना न केवल लोगो के लिए घातक है बल्कि यह एक सीधा तमाचा है पूर्वोत्तर राज्य के सरकारों के लिए।जो लम्बे समय से चुनाव के दौरान वोट बैंक के राजनीति के लिए नक्सलवाद को पूरी तरह से समाप्त करने की बात कहते हैं।