इस प्रदेश में एक ऐसे मंत्री जिनके गेट पर नहीं होता कोई भी संतरी,जानियें क्या हैं वजह?
उत्तराखण्ड(देहरादून) पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड में यूँ तो कई कैबिनेट और राज्य मंत्री हैं,लेकिन प्रदेश में एक ऐसे भी कैबिनेट मंत्री हैं,जिनके गेट पर कोई कोई ऐसा पूछने वाला नहीं होता कि किससे मिलना हैं?क्या काम हैं?बाद में आना? मंत्री जी बिजी हैं,क़िससे बात हुई हैं ?अंदर से फ़ोन करवाना पड़ेगा वग़ैरहा वग़ैरहा…ऑफिस हो या दफ़्तर वह बग़ैर रोकटोक के आसानी से जनता से भी मिल जाते हैं,काम अगर जायज़ हो तो मौके से ही संबंधित विभाग या अधिकारियों को फ़ोन कर समाधान के लिए भी आदेश कर देते हैं।
जी हाँ यहाँ बात की जा रही हैं उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की,देहरादून के सर्कुलर रोड पर उनका निजी आवास ईशान हैं।और देहरादून में सचिवालय के पास होटल व्हाईट हाउस के बगल पर सरकारी दफ़्तर।सतपाल महाराज के पास लोक निर्माण विभाग,सिंचाई ,लघु सिंचाई,पंचायतीराज,पर्यटन जैसे विभाग हैं,जिनका जुड़ाव सीधे आम आदमी से होता हैं,सड़क हो या तटबंध की समस्या,आये दिन लोग सतपाल महाराज के पास अपनी समस्याओं को लेकर पहुँचें रहते हैं,जायज़ समस्या का समाधान करने का वह प्रयास भी करते हैं।और चमोली हो या पिथौरागढ़ का दूरस्थ गाँव,जहाँ से भी व्यक्ति अपनी समस्या लेकर महाराज के पास आता हैं तो महाराज मिलकर उस व्यक्ति की समस्या भी सुनते हैं,हालाँकि कभी कभी नाजायज़ कामों को लेकर फटकार भी लगा देते हैं,लेकिन महाराज के दरबार में आगंतुकों के लिए संतरियो की कोई रोकटोक नहीं हैं।ऐसा प्रदेश के अन्य मंत्रियों को भी करना चाहिए,क्योंकि पहाड़ी प्रदेश में सीधे साधें लोग भी कई हैं,जिनकी कोई सैटिंग गैटिंग नहीं होती और अपने काम को लेकर मंत्री से मिलने की चाह में देहरादून तो आते हैं,लेकिन संतरियो के रटे रटाये सवालों से परेशान होकर बग़ैर मंत्री से मिले ही वापस अपने गाँव लौट जाते हैं।
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