नंदानगर आपदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी से आक्रोश, रफीक़ ख़ान, अली ख़ान के खिलाफ कार्रवाई की उठी मांग

नंदानगर, उत्तराखंड
रिपोर्ट (हिमांशु बिष्ट)
नंदानगर क्षेत्र में हाल ही में आई भूस्खलन और प्राकृतिक आपदा से जहां स्थानीय जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है,वहीं एक सरकारी कर्मचारी और उसके बेटे द्वारा सोशल मीडिया पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने नई बहस को जन्म दे दिया है।मामलें में स्थानीय लोगो ने नंदानगर थाने में तहरीर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार,रफीक़ ख़ान नामक व्यक्ति,जो पूर्व में गोपेश्वर में निवासरत था और वर्तमान में देहरादून में रह रहा है,पर आरोप है कि उसने और उसके बटे अली ख़ान में नंदानगर आपदा के दौरान सोशल मीडिया पर पीड़ितों के प्रति संवेदनहीन एवं उत्तेजक टिप्पणी की।बताया जा रहा है कि रफीक़ ख़ान लोक निर्माण विभाग (PWD) से संबद्ध कर्मचारी है।इस घटना को लेकर स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों में तीव्र आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि जब पूरा क्षेत्र संकट से जूझ रहा है, ऐसे समय में इस प्रकार की टिप्पणियाँ न केवल अमानवीय हैं, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी चोट पहुँचाती हैं।
गौरतलब है कि नंदानगर में कुछ माह पूर्व एक नाई द्वारा एक नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ का गंभीर मामला प्रकाश में आया था, जिसमें आरोपी का समर्थन करने वाले एक विशेष समुदाय के विरुद्ध स्थानीय नागरिकों ने विरोध-प्रदर्शन किया था। जनभावनाओं को आहत करने वाली इसी पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए, रफीक़ ख़ान द्वारा की गई टिप्पणी को सामाजिक विद्वेष फैलाने का प्रयास माना जा रहा है।स्थानीय प्रशासन और पुलिस से मांग की जा रही है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच कराएं और दोषी के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करें।