SIT जाँच की माँग को लेकर सरकार के लोगों और ठेकेदारो ने फूँका सरकार के इस मंत्री का पुतला,जानियें क्या हैं वजह?
चमोली(थराली): सिंचाई खंड थराली में तैनात प्रभारी अधिशासी अभियंता राकुमार के द्वारा सिंचाई खंड थराली में तीन सालों के भीतर किए कार्यों की एसआईटी जाँच और स्थाई ई.ई नियुक्त किए जाने की माँग को लेकर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का थराली में पुतला जलाकर प्रदर्शन किया गया।प्रदर्शन करने वालों में भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय ठेकेदार मौजूद थे।
मामले पर चमोली भाजपा के ज़िलाध्यक्ष रमेश मैखुरी ने दूरभाष पर हुई बातचीत में बताया कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का पुतला फूँकने और प्रदर्शन करने वाले लोगो में सभी कांग्रेस पार्टी से हैं,यह न ख़ुद काम करते हैं ना ही किसी को करने देते हैं।
बता दें कि पूर्व में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और स्थानीय ठेकेदारों के द्वारा एसडीएम थराली अबरार अहमद को ई.ई राजकुमार के ख़िलाफ़ एसआईटी जाँच को लेकर ज्ञापन दिया था।आंदोलन कर रहें लोगो का कहना हैं कि सरकार और संबंधित मंत्री के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई,जिसके बाद आज थराली में सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का पुतला दहन किया गया।
चमोली के कांग्रेसी नेता महावीर सिंह बिष्ट नें कहा की पूर्व में लोकसभा चुनाव के दौरान भी ई.ई राजकुमार के ख़िलाफ़ कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से लोकसभा चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी को चुनावों में फ़ायदा दिलाने की शंका जताते हुए स्थानांतरण को लेकर चुनाव मुख्य चुनाव आयुक्त को ज्ञापन दिया गया था।उधर लोकसभा चुनावो के दौरान ही भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा भी उक्त ई.ई के ख़िलाफ़ कांग्रेसी प्रत्याशी को फ़ायदा दिलाने की शंका जताते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी।लेकिन चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।
वहीं मामले में अधिक जानकारी प्राप्त करने पर दो अन्य पत्र और प्राप्त हुए जिसमें देवाल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष कमल गाड़िया ने एक पत्र जारी करते हुए यह कहा कि जो पत्र ई.ई की शिकायत को लेकर चुनाव आयोग को दिया गया हैं,वह पत्र पूरी तरह फर्जी हैं,जिसमें उनके हस्ताक्षर नहीं हैं,किसी के द्वारा उनके संज्ञान में लायें बग़ैर उनकी मोहर का भी दुरप्रयोग किया गया हैं।जिसका वह खंडन करते हैं।
वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं की तरफ़ से ई.ई की चुनाव आयोग में की गई शिकायत को लेकर भारतीय जनता पार्टी चमोली के अध्यक्ष रमेश मैखुरी ने भाजपा के मण्डल अध्यक्ष उमेश मिश्रा को पार्टी की छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए नोटिस जारी करते हुए लिखा कि आप अधिकारियों को अपने निजी हित साधने के लिए डराते धमकाते हो,जिस पर कि ज़िलाध्यक्ष ने कार्यवाही की साफ़ साफ़ चेतावनी भी दी हैं।
अब यह मामला पूरी तरह भाजपा-कांग्रेस और ठेकेदारों के बीच उलझ गया हैं,ऐसे में सरकार क्या कदम उठाएगी,यह प्रदर्शन कर रहें लोगो के आगे के कदम से ही स्पष्ट हो पाएगा।