नई दिल्ली: AIMIM यानी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन के सुप्रिमो और हैदराबाद से लोकसभा के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों के मुद्दे पर फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है।अब उन्होंने चमोली के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा हैं।उन्होंने बीतें अक्टूबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए आरोप लगाया कि मुसलमानों को भारत में अछूत बना दिया गया है।उन्हें उत्तराखंड के चमोली जनपद से बाहर निकालने की बात की जा रही हैं।
चमोली ज़िले की खंसर घाटी में मुस्लिम समुदाय के लोगो को व्यापार संघ द्वारा 31 अक्टूबर तक क्षेत्र ख़ाली कियें जाने की बात पर चमोली के पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने बताया की गैरसैण के खंसर इलाके में बाहरी लोगो के सत्यापन को लेकर वहाँ के व्यापार संघ द्वारा सत्यापन को लेकर पुलिस से सहयोग मांगा गया हैं,पुलिस के द्वारा इन दिनों जनपद में सत्यापन अभियान चलाया जा रहा हैं।
यूँ तो AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी अक्सर मंचों से हिंदू समुदाय के ख़िलाफ़ ज़हर उगलते रहते हैं।ओवैसी ने माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर की गई पोस्ट में यह भी दावा किया कि उत्तराखण्ड के चमोली में 15 मुसलमान परिवारों का वहाँ के लोगो सामूहिक बहिष्कार किया जा रहा है।चमोली के व्यापारियों ने धमकी दी है के 31 दिसंबर तक मुसलमानों को चमोली छोड़ देना होगा।अगर मकान मालिक मुसलमानों को किराये पर घर देंगे तो मकान मालिक को 10,000 हज़ार रुपए का अर्थदंड देना होगा।
मुस्लिमों समुदाय के बीच उनका मसीहा माने जाने वाले ओवैसी चुटकी लेते हुए कहा कि, “यह वही उत्तराखण्ड है जहां की सरकार समानता के नाम पर यूनिफार्म सिविल कोड(UCC) लागू कर रही है।आगे उन्होंने कहा कि क्या चमोली के मुसलमानों को समानता और सम्मान से जीने का हक़ नहीं है? पीएम नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लेकर ओवैसी ने कहा कि पीएम अरब देशों के शेखों से गले मिल सकते हैं तो उन्हें चमोली के मुसलमानों को भी गले लगाना चाहिए।आख़िरकार नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं,अरब देशों के नहीं।