
चमोली, 20 अक्टूबर 2025।
जहां पूरा प्रदेश दीपावली की खुशियों में डूबा था,वहीं चमोली के जिलाधिकारी गौरव कुमार ने त्योहार का दिन आपदा प्रभावितों के दुख-दर्द को बांटने में बिताया।सोमवार को उन्होंने नंदानगर विकासखंड के फाली, कुंतरी, भैसवाड़ा और धुर्मा गांवों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन की जिम्मेदारी केवल राहत बांटने तक सीमित नहीं है, बल्कि हर पीड़ित परिवार के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौटाना ही असली सेवा है।उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और मौके पर ही संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने आपदा में घायल हुईं सुनीता देवी, सजिता देवी और रघुवीर सिंह के घर जाकर उनके हालचाल पूछे। उन्होंने उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि घायलों की चिकित्सकीय जांच उनके घर पर ही की जाए। वहीं गीता देवी की आर्थिक स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने समाज कल्याण विभाग से समन्वय स्थापित कर पेंशन योजना का लाभ तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के सामने अनियमित पेयजल आपूर्ति की शिकायत रखी, जिस पर उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए।आपदा प्रबंधन अधिकारी को आदेश दिए गए कि जो प्रभावित मानकों के कारण सरकारी योजनाओं से वंचित हैं, उनके प्रस्ताव शीघ्र तैयार किए जाएं।
जिलाधिकारी ने इस दौरान 87 आपदा प्रभावित परिवारों को कंबल वितरित किए, और कहा कि शासन-प्रशासन आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को सामान्य बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। क्षतिग्रस्त सड़कों, पैदल मार्गों, पेयजल व विद्युत लाइनों की मरम्मत कार्य तेजी से किए जा रहे हैं।
उधर दूसरी ओर जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी थराली अबरार अहमद और उप जिलाधिकारी कर्णप्रयाग सोहन सिंह रांगड़ ने थराली ब्लॉक के चेपडों व आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और 27 आपदा प्रभावितों को कंबल वितरित किए।




