
रुद्रप्रयाग/केदारनाथ:
आज प्रातः 8 बजकर 30 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक विधि-विधान के साथ भगवान केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए विधिवत रूप से बंद कर दिए गए।इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी,बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय थपलियाल सहित हज़ारों की संख्या में श्रदालु उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री धामी ने बाबा केदार के दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और उत्तराखंड की निरंतर प्रगति की कामना की।उन्होंने कहा कि बाबा केदार की असीम कृपा से राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है और यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार निरंतर सुविधाएं बढ़ा रही है।बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने भी इस अवसर पर रावल, तीर्थ पुरोहितों और हक-हकूकधारियों के सहयोग की सराहना की। उन्होंने बताया कि कपाट बंद होने की संपूर्ण प्रक्रिया परंपरा और शास्त्र अनुसार पूर्ण की गई है।
कपाट बंद होने से पूर्व धाम को भव्य फूलों से सजाया गया था। “हर हर महादेव” के जयकारों से संपूर्ण धाम शिवमय हो उठा। हजारों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने।अब बाबा केदार की चल विग्रह डोली शीतकाल के छह माह तक गद्दीस्थल ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान रहेगी, जहां भक्तजन बाबा के दर्शन कर सकेंगे।




