
हरिद्वार:मोक्ष नगरी हरिद्वार स्थित सती घाट पर पाकिस्तान से लाई गई 400 अस्थियों का विसर्जन किया गया।देवोत्थान समिति के तत्वाधान में आयोजित इस अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में संतो के साथ-साथ कई सामाजिक संस्थाओं ने भी प्रतिभाग किया।देवोत्थान समिति के द्वारा पाकिस्तान के अलग-अलग शमशान घाटों से लावारिस हिंदू धर्म के लोगो की अस्थियों को एकत्र किया गया।जिन्हें धार्मिक विधि विधान के साथ गंगा नदी में विसर्जित किया गया।
हरिद्वार के कनखल में सती घाट पर पाकिस्तान के कराची से लाई गई 400 हिन्दू और सिक्ख धर्म से जुड़े लोगो की अस्थियों को पुरे विधि विधान के साथ गंगा नदी में विसर्जित किया गया।साथ ही देवोत्थान समिति ने भारत सरकार से अपील की हैं जो अस्थिया अभी भी पाकिस्तान में रह गई हैं,उन्हें भी भारत लाने के लिए वीजा दिया जाये,ताकि उन अस्थियों को भी माँ गंगा में विसर्जित किया जाये।
पाकिस्तान के कराची से हरिद्वार आये महंत रामनाथ मिश्रा ने बताया की मिश्रा परिवार कई वर्षो से इस कार्य को कर रहा हैं।वह 2011, 2016 और इस बार 2025 में वह 400 अस्थि कलशों को हरिद्वार लेकर आये हैं।जिनमें 350 अस्थि कलश सनातनी धर्म और 50 अस्थि कलश सिक्ख भाइयों के है।उन्होंने बताया कि माँ गंगा में अस्थि विसर्जन से मोक्ष प्राप्त होता है।महंत ने बताया कि उन्हें चार जगह जाने के लिए भारत सरकार ने वीजा दिया है।हरिद्वार आने से पहले महंत रामनाथ मिश्रा परिवार ने महाकुम्भ में स्नान करने के साथ ही राम मंदिर के भी दर्शन किये।