बद्रीनाथ विधानसभा में भाजपा नेता राजेंद्र भंडारी का भी नहीं चला जादू,पिछले लोकसभा चुनाव के मुक़ाबले बद्रीनाथ में पिछड़ी भाजपा

गोपेश्वर: चमोली के क़द्दावर नेता कहे जाने वाले विकास की चिंगारी के नाम से मशहूर भाजपा नेता राजेंद्र भंडारी का जादू भी 2024 लोकसभा चुनावो में नहीं चल पाया।ये कहना भी ग़लत नहीं होगा कि वह अपना बूथ भी नहीं बचा पायें,उनके बूथ से कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल को भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी से अधिक मत प्राप्त हुए हैं,यही स्थिति बद्रीनाथ विधानसभा की भी हैं,साल 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवार तीरथ सिंह रावत ने बद्रीनाथ विधानसभा से 17527 बढ़त ली थी।जबकि इस बार के चुनावों में यह आँकड़ा अधाई से भी कम रहा।इस बार गढ़वाल सीट से लोकसभा उम्मीदवार अनिल बलूनी बद्रीनाथ विधानसभा से 8254 की ही बढ़त ले पायें।
चमोली जनपद की तीन विधानसभाओं में से बद्रीनाथ विधानसभा के चुनावी आँकड़े साल 2024 के लोकसभा चुनावों में इसलिए महत्वपूर्ण हो जाते हैं,क्योंकि लोकसभा चुनावो से ठीक पहले बद्रीनाथ विधानसभा से कांग्रेसी विधायक राजेंद्र भंडारी कांग्रेस का पाला छोड़ने के साथ अपनी चार साल की विधायकी छोड़ भाजपा में शामिल हो गये थे,हालाँकि भाजपा कार्यकर्ता भंडारी की सदस्यता को पचा नहीं पा रहे थे।लेकिन शीर्ष नेतृत्व को भंडारी की क़ाबिलियत पर पूरा भरोसा था, कि भंडारी लोकसभा चुनावों में भाजपा को बद्रीनाथ विधानसभा से बढ़ी बढ़त दिलवाएँगे,लेकिन बढ़त के मामले में बद्रीनाथ विधानसभा चमोली की तीनों विधानसभाओं में फिसड्डी रही।
ऐसे में बद्रीनाथ विधानसभा में कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी द्वारा सीट छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद ख़ाली हुईं सीट पर होने वाले आगामी विधानासभा उपचुनावों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।