ग़ैरसैण सत्र के दौरान चर्चाओं में रहा मल्होत्रा का खाना सैल्फ़ हैल्प ग्रुप ने लूटी वाहवाही..

ग़ैरसैण:उत्तराखण्ड की ग्रीष्मक़ालीन राजधानी ग़ैरसैण में आयोजित विधानसभा मानसून सत्र के दौरान जो चीज सबसे अधिक चर्चा में ही वह मल्होत्रा कैटरिंग का खाना था।नेताओं से लेकर अधिकारियों तक सबकी जुबा पर मल्होत्रा कैटरिग के द्वारा परोसे जा रहें खाने बातें थी।कई लोगो ने तो कैटरिंग द्वारा परोसे जा रहें खाने से परहेज़ कर दिवालीखाल और ग़ैरसैण बाज़ार के होटलों में जाकर खाना खाया।सबके मुँह से एक ही बात थी,अगर कुछ दिन सत्र चला और ख़ाना मल्होत्रा का हो तो बीमार पड़ने में देर नहीं लगेगी।
सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक़ सत्र के दौरान कैटरिंग का खाना खाने से कुछ माननीयो की तबियत भी बिगड़ गई थी।जिसके बाद परिसर में ही सरकारी डिस्पेंसरी से दवा खाकर उनकी हालत में सुधार हुआ,तब माननीय और सत्र में ड्यूटी के लिए आये अधिकारी कर्मचारी मल्होत्रा कैटरिंग का खाना खाने से बचकर विधायक हॉस्टल के पास ही टेंट के अंदर महिला स्वयं सहायता समूह ग़ैरसैण के द्वारा पहाड़ी उत्पादों से निर्मित चौसा,मड़वे की रोटी,खीर का लुफ्त उठा रहें हैं।आज शुक्रवार को सत्र समाप्ति के दिन स्वयं उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत और कृषि मंत्री गणेश जोशी ने हैल्प सेल्फ़ ग्रुप द्वारा बनाये जा रहें खाने का स्वाद चखा।स्टाल पर खाना खा रहें शासन के कुछ बड़े अधिकारियों से हैल्प सेल्फ़ ग्रुप के स्टाल में खड़े खड़े खाना खाने की वजह पूछी तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह दो दिनों से कैटरिंग का खाना रहें थे,जिसको खाने के बाद उनकी तबियत में गिरवाट आई हैं।अभी भी स्टाल पर खाने के लिए मल्होत्रा कैटरिग का मुफ़्त खाना खाने के बजाय हेल्प सेल्फ ग्रुप का खाना पैसे देकर ख़ाना पसंद कर रहें हैं।