प्रदेश में पेपर लीक प्रकरण: नेताओं ने रद्द किए कार्यक्रम,युवाओं का गुस्सा उबाल पर..

देहरादून:उत्तराखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं के लगातार पेपर लीक प्रकरणों ने प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।नौजवानों के आक्रोश और विरोध प्रदर्शनों के चलते अब भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं को क्षेत्रों में प्रस्तावित अपने कार्यक्रम रद्द करने पड़ रहे हैं।
देहरादून से लेकर पिथौरागढ़ तक युवा संगठन सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि प्रदेश के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने बीते दिन शुक्रवार को गैरसैंण में निर्धारित रात्रि प्रवास का कार्यक्रम अचानक से निरस्त कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं को कार्यकर्ताओं और सुरक्षा एजेंसियों से इनपुट मिला था कि गैरसैण में बेरोजगार संघ से जुड़े युवा उनका घेराव कर सकते हैं,जिसके चलते अनिल बलूनी भी सीधे नंदानगर आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद से हेलीकॉप्टर द्वारा देहरादून लौट गए।विश्लेषकों का मानना है कि पेपर लीक कांड अब सरकार के लिए गले की फांस बन चुका है।जब तक सरकार युवाओं को पूर्व में हुई सभी परीक्षाओं की सीबीआई जांच के साथ ठोस और पारदर्शी कार्रवाई का भरोसा नहीं दिलाती,तब तक यह गुस्सा थमने वाला नहीं है।
हालाँकि सरकार के द्वारा अभी तक की गई कारवाई हाकम सिंह सहित चार गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं।साथ ही जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया जा चुका है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है,कि यह पेपर लीक नहीं बल्कि नकल का प्रकरण है।