परिजनों का आरोप,पिये में था डाक्टर,नहीं करवाई ब्लड जांच,और फाड़ दिया पेट मर गया मरीज..

देहरादून | राजधानी देहरादून के लाडपुर क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मरीज के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया और स्थिति को नियंत्रित किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, देहरादून निवासी अजय सोनकर को पेट में तेज दर्द की शिकायत के बाद परिजन उन्हें दून अस्पताल लेकर पहुंचे थे। जांच के बाद डॉक्टरों ने पेट में पथरी की पुष्टि करते हुए तीन दिन बाद ऑपरेशन की तिथि निर्धारित की थी।
परिजनों का आरोप है कि दून अस्पताल परिसर के बाहर मिले एक व्यक्ति ने स्वयं को सर्जन डॉ. के.के. टम्टा बताते हुए मरीज को तत्काल ऑपरेशन की जरूरत बताई और लाडपुर स्थित निजी अस्पताल ‘प्राइमस’ में अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत निःशुल्क ऑपरेशन कराने का भरोसा दिलाया।परिजनों के अनुसार, डॉ. के.के. टम्टा के कहने पर वे मरीज को प्राइमस अस्पताल ले गए, जहां गुरुवार सुबह ऑपरेशन थियेटर में उनकी मौजूदगी में सर्जरी शुरू की गई। कुछ समय बाद अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को बताया कि मरीज के शरीर से अत्यधिक रक्तस्राव हो रहा है और तत्काल ब्लड बैंक से रक्त की व्यवस्था करने को कहा गया।
परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने अस्पताल स्टाफ से मरीज के ब्लड ग्रुप की जानकारी मांगी तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया। इससे परिजनों ने आशंका जताई कि बिना आवश्यक ब्लड रिपोर्ट के ही ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। परिजनों ने यह भी गंभीर आरोप लगाया है कि ऑपरेशन के दौरान डॉ. के.के. टम्टा शराब और सिगरेट के नशे में थे।मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दी, जिससे कुछ देर के लिए यातायात बाधित रहा। पुलिस द्वारा समझाने के बाद स्थिति सामान्य की गई। फिलहाल मामले की जांच की मांग की जा रही है।



