भाजपा से बग़ावत कर भंडारी के भाई वीरेंद्रपाल भंडारी ने लिया टिकट,कहा अवसरवादी नेता हैं राजेंद्र भंडारी
गोपेश्वर:(ब्यूरो) बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र के पोखरी ग्रामीण मण्डल से पूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष सहित भाजपा के कई महत्वपूर्ण पदो पर रहें भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र भंडारी के चचेरे भाई वीरेंद्रपाल सिंह भंडारी ने बद्रीनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए निर्दलीय पर्चा लेने के साथ भाजपा से बग़ावत कर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया हैं।साल 2014 में भी वीरेंद्रपाल सिंह की पत्नी सरिता भंडारी भाजपा के समर्थित उम्मीदवार के तौर पर सलना वार्ड से पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी की पत्नी व वर्तमान ज़िला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी के ख़िलाफ़ भी चुनाव लड़ चुकी हैं।उस दौरान सरिता भंडारी अपनी प्रतिद्वंदी रजनी भंडारी से 90 मतो से पिछड़ गई थी।
वीरेंद्रपाल भंडारी से दूरभाष पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि वह लंबे समय से भाजपा कार्यकर्ता रहें हैं,उनकी विचारधारा पूरी तरह भाजपा से प्रभावित हैं।लेकिन वह किसी दल से नहीं बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उपचुनाव लड़ेंगे।साथ ही वह 21 जून को अपना नामांकन करवायेंगे,और पोखरी सहित बद्रीनाथ विधानसभा के कई भाजपा कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि भी उनके साथ नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे।राजेंद्र भंडारी को लेकर उन्होंने कहा कि वह उनके चचेरे भाई हैं लेकिन वह एक अवसरवादी नेता हैं।
अब एक बार फिर वीरेंद्रपाल भंडारी ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र लेकर भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र भंडारी के ख़िलाफ़ चुनावी मैदान में उतरकर बद्रीनाथ में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को रोचक बना दिया हैं।यहाँ पर एकतरफ़ा चर्चा भंडारी बंधुओं की इसलिए हो रही हैं क्योंकि वीरेंद्रपाल सिंह भंडारी के अनुसार वह भाजपा के 22 वर्षों से कार्यकर्ता हैं।वह भाजपा में अपने बूथ के बूथ अध्यक्ष,युवा मोर्चा मण्डल महामंत्री,युवा मोर्चा मण्डल अध्यक्ष,भाजयूमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य,पोखरी मण्डल में भाजपा महामंत्री,सांसद प्रतिनिधि पोखरी,जोशीमठ में मण्डल प्रभारी,पोखरी ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष सहित वर्तमान में भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के ज़िला सहसंयोजक रह चुके हैं।ऐसे में वीरेंद्रपाल भंडारी का भाजपा से बाग़ी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ना कहीं न कहीं भाजपा को बद्रीनाथ विधानसभा उपचुनावों में बड़ी मुसीबत में डाल सकता हैं।वही वीरेंद्रपाल भंडारी भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र भंडारी के भी चचेरे भाई भी हैं।जिससे विपक्ष भी इस मुद्दे को खूब भुना रहा हैं।