मूल निवास भू कानून आंदोलन के नेता मोहित डिमरी ने पूर्व सीएम हरीश रावत से नहीं लिया सम्मान,जानिये क्यो?
देहरादून: उत्तराखंड मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने एक कार्यक्रम के मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के हाथों सम्मान लेने से इंकार कर दिया।जिसके बाद रामलीला के अध्यक्ष अवनीश थापर ने पूर्व सीएम के हाथो से स्मृति चिन्ह लेकर मोहित डिमरी को भेंट किया।
बता दें कि इन दिनों श्रीरामकृष्ण लीला समिति टिहरी की ओर से आजाद मैदान बंगाली कोठी, देहरादून में रामलीला का आयोजन किया जा रहा हैं।जिसमें कि बतौर मुख्य अतिथि सूबे के बड़े बड़े नेता व समाजसेवी पहुंच रहें हैं।बीती रात को भी लीला में सीता स्वयंवर की लीला के अवसर पर, आयोजन कर्ताओ की तरफ़ से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत राज्य आंदोलनकारी मंच,मूल निवास भू-कानून संघर्ष समिति,पहाड़ी स्वाभिमान सेना और देवभूमि युवा संगठन को आमंत्रित किया गया था।
इस मौके पर रामलीला कमेटी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के हाथों कई लोगों को मंच से स्मृति चिह्न देकर सम्मानित करवाया गया।लेकिन संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने हरीश रावत के हाथों सम्मान लेने से मना कर दिया।मोहित डिमरी ने मंच पर अपने संबोधन में कहा कि वह हरीश रावत जी का बड़ा सम्मान करते हैं। हो सकता है कि 2027 में उनकी सरकार बने और वह मुख्यमंत्री बन जाय। अगर हरीश रावत जी मुख्यमंत्री रहते मूल निवास 1950, मजबूत भू-कानून और स्थाई राजधानी गैरसैंण को लेकर विधानसभा में जनभावनाओं के अनुरूप कानून बनाते हैं तो वह उनके हाथों सम्मान को सहर्ष स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक राज्य में इन प्रमुख मुद्दों का हल नहीं निकल जाता, वह किसी भी मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक के हाथों कोई सम्मान नहीं लेंगे।