
गोपेश्वर/रुद्रप्रयाग
रिपोर्ट- लक्ष्मण राणा
देशव्यापी चंद्रग्रहण के कारण आज श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम सहित बदरी–केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) के सभी अधीनस्थ मंदिर बंद कर दिए गए हैं। परंपरा अनुसार मंदिरों को चंद्रग्रहण के सूतक काल शुरू होने से 9 घंटे पहले ही बंद कर दिया गया। सूतक काल आज दोपहर 12 बजकर 58 मिनट से प्रारंभ हुआ है।
समिति के अधीनस्थ मंदिरों में ज्योतिर्मठ स्थित श्री नृसिंह मंदिर, श्री योग बदरी पांडुकेश्वर, श्री भविष्य बदरी, उखीमठ का श्री ओंकारेश्वर मंदिर, गुप्तकाशी का श्री विश्वनाथ मंदिर, त्रियुगीनारायण मंदिर, कालीमठ मंदिर सहित सभी छोटे-बड़े मंदिर शामिल हैं। ग्रहणकाल और सूतक अवधि के दौरान इन सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना और आरती भी नहीं होगी।
खगोल विज्ञानियों के अनुसार, चंद्रग्रहण 8 सितंबर रात्रि 1 बजकर 58 मिनट तक रहेगा, जबकि मुख्य ग्रहणकाल रात्रि 11 बजे से 11 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।
बीकेटीसी ने जानकारी दी है कि सभी मंदिर 8 सितंबर प्रातः शुद्धिकरण विधि सम्पन्न होने के बाद पुनः यथासमय श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोले जाएंगे।उल्लेखनीय है कि 7 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत भी हो रही है। ग्रहण के कारण सूतक तिथि से पूर्व तक पूर्णिमा श्राद्ध सम्पन्न कराए जा सकेंगे।