दुबई में प्यासा रहा उत्तराखंड का युवक,पाकिस्तानी युवकों ने नहीं दिया पानी,SSP मणिकांत मिश्रा की पहल से लौटा घर..

उधमसिंहनगर: विदेश की चमक-दमक के बीच इंसानियत कहीं खो न जाए,यह सोचते हुए एक बार फिर उत्तराखंड पुलिस ने दिखाया कि अपने लोगों का साथ देना उनका सबसे बड़ा धर्म है। दुबई में फंसे उत्तराखंड के युवक को पाकिस्तान के कुछ युवकों ने पानी तक देने से मना कर दिया था।उस प्यासे युवक की आवाज़ जब तक भारत तक पहुँची,तब तक एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने हर संभव प्रयास शुरू कर दिए।
मिली जानकारी के मुताबिक विशाल पुत्र राधे श्याम निवासी किच्छा उधम सिंह नगर के परिजनों द्वारा चौकी बासफोडान कोतवाली काशीपुर में उपस्थित आकर सूचना दी कि उनके पुत्र विशाल को काशीपुर मोहल्ला अलीखाँ निवासी समीर नामक एजेंट द्वारा दुबई भिजवाया गया है,दुबई में उनके पुत्र विशाल का स्वास्थ्य खराब हो रहा है तथा वह मानसिक रूप से भी वहां के रहन-सहन को लेकर परेशान हो रहा है व बार-बार वापस आने की गुहार लगा रहा है।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा की त्वरित और कड़े संकल्प वाली कार्रवाई से युवक को दुबई पुलिस ने सुरक्षित पाया और तुरंत परिवार के हवाले किया।परिवार की आंखों में खुशी के आंसू थम गए,क्योंकि उनकी दुआएं आखिरकार असर दिखाने लगीं।विशाल ने वापस आकर अपनी आपबीती सुनाई कि दुबई में साथ रह रहे पाकिस्तानी युवकों ने उसे पानी देने के लिए इसलिए मना कर दिया कि भारत ने पाकिस्तान का पानी बंद किया हैं,वह भी उसे पीने का पानी नहीं देंगे।विशाल ने बताया कि वह दुबई में प्यासा ही रहा।लेकिन अब वह अपने वतन लौट कर ख़ुश हैं।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा, “हमारे लिए हर नागरिक की सुरक्षा सर्वोपरि है। चाहे कितनी भी दूर क्यों न हो, उत्तराखंड पुलिस अपने लोगों के दर्द को समझती है और उसे दूर करने में कोई कसर नहीं छोड़ती।
यह सिर्फ एक युवक की कहानी नहीं, बल्कि हजारों उन भारतीयों की कहानी है जो विदेश में अकेले संघर्ष कर रहे हैं। इस घटना ने यह भी याद दिलाया कि इंसानियत की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन जब कोई इसकी हिफाजत करता है, तो वो अनमोल बन जाता है।उत्तराखंड पुलिस की यह कार्रवाई न केवल सुरक्षा का संदेश देती है, बल्कि विश्वास भी जगाती है कि मुश्किल वक्त में कोई आपका साथ छोड़ता नहीं।