राज्यपाल और शिक्षा मंत्री का सराहा गया स्कूल तो रहेगा लेकिन बच्चें नहीं,जानिए क्या हैं वजह?

चमोली(नंदानगर) चमोली ज़िले के नंदानगर विकासखंड स्थित राजकीय जूनियर हाईस्कूल स्यारी भेंटी को से दो तीन किलोमीटर दूर भेटी गाँव के नवनिर्मित भवन में शिफ्ट करने की तैयारी विभाग की हैं।अप्रैल माह में विद्यालय को स्यारी से भेटीं गांव के नवनिर्मित भवन में शिफ्ट करवाने की संभावना हैं।विद्यालय शिफ्ट होने से जहाँ एक ओर छात्र मायूस हैं वहीं अध्यापक और अभिभावक भी निराश हैं।
स्यारी बंगाली के ग्राम प्रधान भरत सिंह नेगी का कहना हैं,कि अगर जूनियर हाईस्कूल स्यारी भेंटी को माध्यमिक विद्यालय भेटी में मर्ज किया जाता हैं तो स्यारी गांव के बच्चो को स्कूल पहुँचने के लिए करीब 3 से 4 किलोमीटर का पैदल सफ़र तय करना पड़ेगा,जंगल का रास्ता होने के कारण भालुओं और बरसाती नालों का डर बना रहता हैं।जिस कारण अभिभावक नौनिहालो के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।कहा कि भेंटी गांव में भी 6 से 8 तक की कक्षाएं को संचालित किया जाता हैं,वह सराहनीय हैं,लेकिन स्यारी भेंटी विद्यालय को बंद नहीं किया जाना चाहिए।क्योंकि अकेले ही स्यारी और आली गांव के 20 बच्चे जूनियर हाईस्कूल स्यारी भेंटी में अध्यनरत हैं।
चूँकि जूनियर हाईस्कूल स्यारी भेंटी दौनो गाँवो के मध्य होने के कारण बच्चो को भी आने जाने में दिक्कत नहीं रहती थी,लेकिन अब भेटी स्थित नवनिर्मित भवन में विद्यालय शिफ्ट होने के कारण आली और स्यारी गांव के बच्चो को दूरी अधिक होने से दिक्कते उठानी पड़ सकती हैं।ऐसे में स्यारी गांव अभिभावकों का कहना हैं कि स्कूल शिफ्ट होता हैं तो उन्हें अपने बच्चो का दाखिला मजबूरन राजकीय इंटर कॉलेज बाँजबगड़ में करवाना पड़ेगा,क्योंकि जूनियर हाईस्कूल भेटी के बाद आसपास इंटर कॉलेज न होने से बच्चो का दाखिला ग्यारहवी और बारहवीं के लिए इंटर कॉलेज बाँजबगड़ में ही करवाना उनकी मजबूरी हैं।
चमोली के मुख्य शिक्षा अधिकारी धर्म सिंह ने बताया कि नवनिर्मित भवन में स्कूल शिफ्ट करने की जानकारी बीईओ से ली जाएगी।अगर ऐसा होता हैं तो मानको के अनुसार विद्यालय की दूरी को देखते हुए बच्चों को आने जाने हेतू धनराशि दिए जाने का प्रावधान हैं।हालांकि फिलहाल शिफ़्टिंग को लेकर विचार किया जाएगा।
स्कूल के सहायक अध्यापक टीका प्रसाद सेमवाल का कहना हैं कि विद्यालय के बच्चों की रचनात्मक गतिविधियों के चलते वर्ष 2022 में प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने स्कूल के बच्चों की गढ़वाली प्रार्थना का वीडियो अपने एक्स हैंडल और फेसबुक अकाउंट पर शेयर करते हुए शिक्षा विभाग सहित स्कूल के अध्यापकों सहित बच्चो की सराहना की थी,साथ ही विषम परिस्थितियों के बावजूद भी विद्यालय में ई लर्निंग कक्षाओं का विधिवत संचालन किया जा रहा हैं।कहा कि विद्यालय से पाँच छात्रो का मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति योजना के लिए चयन हुआ हैं और दो बच्चों का राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए चयन हुआ हैं,जबकि दो बच्चो का इंस्पायर अवार्ड के लिए चयन हो चुका हैं।ऐसे में विद्यालय शिफ्ट होने के सवाल पर शिक्षक टीका प्रसाद सेमवाल ने बताया कि यह खबर सुनकर वह भी मायूस हैं,कई दूर दूर के गाँवो से छात्र यहां पढ़ने आ रहें थे,और छात्र संख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ रही थी,अब विद्यालय को माध्यमिक के भवन में भेंटी गांव के पास शिफ्ट किया जा रहा हैं।कहा कि विभाग स्कूल को यू डायस कोड कर देता तो स्यारी गांव के बच्चो को सुविधा हो जाती,और विद्यालय भवन का भी सदुपयोग हो जाता।