
चंपावत: रक्षाबंधन के पर्व पर चंपावत जिले के देवीधुरा में मां बाराही मंदिर के प्रांगण में खेली गई पौराणिक विश्व प्रसिद्ध बग़वाल (पत्थर मार मेला) में 142 लोग घायल हो गए।जिनमें से दो गंभीर घायलों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय चंपावत रेफर कर दिया गया है।दूर दूर के ईलाको से मेला देखने आये कई दर्शक भी इस पाषाण युद्ध के संघर्ष में घायल हुए हैं।मेले में पुराने समय से ही पाषाण युद्ध की परंपरा हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक़ शुरुआत में बग्वाली वीरों(जिन लोगो पर देवता अवतरित होते हैं) के द्वारा फल और फूल एक दूसरे पर फैंककर बगवाल खेली जा रही थी।लेकिन कुछ देर बाद में बग्वाली वीरों ने जोश में देवी मां के जयकारे लगाते हुए पत्थरों से बगवाल खेलना यानी एक दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया।जिसमें देवता अवतरित हुए दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए हैं।सभी घायलों का देवीधुरा अस्पताल तथा मेला कैंप में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा उपचार किया गया।
बता दें कि पुराने समय में इस मेले में देवता अवतरित हुए लोगो द्वारा एक दूसरे पर पथराव करने(पाषाण युद्ध)की परंपरा थी।लेकिन कुछ समय पूर्व लोगो के चोटिल होने की वजह से पथराव की परंपरा पर रोक लगाते हुए इस संघर्ष को फूलो और फलों की बगवाल में परिवर्तित कर दिया था,लेकिन आज बगवाली वीरो द्वारा जोश जोश में किए गये पथराव से कई लोग घायल हो गये।