
रुद्रप्रयाग – 03 जुलाई 2025
आदित्य सिंह
अशासकीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद की नौकरी पाने के लिए बीएड की डिग्री छिपाने के मामले में शिक्षा विभाग ने विभागीय जांच के बाद सात शिक्षकों के ऊपर कार्यवाही कर सभी को बर्खास्त कर दिया है।आरोप है कि इन शिक्षकों ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से प्रशिक्षण के लिए अपनी डिग्री को छिपाया था।रुद्रप्रयाग ज़िले में कुछ साल पूर्व एनआईओएस से प्रशिक्षण पाने वाले उन युवाओं को वित्त पोषित माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक बनाया गया था जिनके पास बीएड और अन्य कोई डिग्री नहीं थी।रुद्रपयाग ज़िले में बग़ैर डिग्री के नौकरी पाने का यह कोई पहला मामला नहीं है पूर्व में भी रुद्रप्रयाग ज़िले से कई शिक्षकों के फर्जी दस्तावेजो से नौकरी पाने की ख़बरे आई हैं।जिसमें तब भी विभागीय कर्रवाई हुई हैं।
असाशकीय विद्यालयों में विद्यालय प्रबंधन के द्वारा शिक्षको की नियुक्ति को लेकर अपने चहेतों को नौकरी दिलवाने के लिए ऐसी शर्तें रखी जाती हैं कि विद्यालय प्रबंधन के परिचितों के अलावा कोई अन्य व्यक्ति नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर सकता।इन नौकरियों को पाने के लिए यह शर्त रखी गई थी कि ऐसे युवा ही इसके लिए पात्र होंगे जिन्होंने वर्ष 2017-2019 से पहले किसी तरह का कोई प्रशिक्षण न लिया हो,जिले में दो वर्ष के अंतराल में ऐसे 21 शिक्षकों को एनआईओएस कोर्स के बाद सहायक अध्यापक के रुप में नियुक्ति दी गई, लेकिन इनकी नियुक्ति को लेकर शिक्षा निदेशालय में शिकायत आने लगी।
जिसमें कहा गया कि ऐसे युवा भी नौकरी पा गए हैं, जिनके पास पहले से बीएड की डिग्री थी या टीईटी पास थे,मामला हाईकोर्ट में भी गया था।शिक्षा निदेशालय के निर्देश के बाद जांच हुई तो सात शिक्षक दोषी पाए गए,रुद्रप्रयाग ज़िले के जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक अजय चौधरी ने बताया कि दोषी सात शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है।