इन वजहों से बद्रीनाथ विधानसभा में कम हों सकता हैं, मतदान प्रतिशत, बढ़ सकती हैं उम्मीदवारों की धड़कनें…
चमोली: हाल ही में लोकसभा चुनावों की थकान से थके मतदाताओ के कारण आगामी 10 जुलाई को बद्रीनाथ विधानसभा में होने वाले उपचुनावों में कम मतदान प्रतिशत भी प्रत्याशियों की चिंतायें बढ़ा सकता हैं।ज़ाहिर हैं कि उपचुनावों में मतदान प्रतिशत सामान्य चुनावों से कम ही रहता हैं।लेकिन इस बार मतदान प्रतिशत कम रहने की कई वजहे भी हैं,जिसमें इसकी सबसे बड़ी वजह हैं चारधाम यात्रा,ऐसा इसलिए कहा जा रहा हैं क्योंकि इन दिनों चारधाम यात्रा चरम पर हैं,और चमोली के अधिकांश गाँवो के लोगो का रोज़गार चारधाम यात्रा पर ही निर्भर हैं,ऐसे में बद्रीनाथ विधानसभा के अधिकांश गाँवों से भी लोग अपने अपने रोज़गार के लिए केदारनाथ,बद्रीनाथ,और हेमकुंड साहिब गये हैं,जिसमें अधिकांश युवा भी शामिल हैं।अब ऐसे में रोज़गार के लिए धामों में गये बद्रीनाथ विधानसभा के मतदाता मतदान के लिए अपना धंधा छोड़कर मतदान करने अपने बूथों पर आते हैं या नहीं यह देखने वाली बात होगी।
वही मतदान प्रतिशत घटने का दूसरा बड़ा कारण बरसात का मौसम हैं,इस दौरान पहाड़ के लोग अपने घरों को छोड़कर अपने मवेशियों के साथ जंगलों में छानियो का रुख़ कर लेते हैं,इस दौरान गाँव ख़ाली ही रहते हैं,मतदान के दिन कितने मतदाता छानियो से पोलिंग बूथ का रुख़ करते हैं,यह प्रत्याशियों के भाग्य पर निर्भर रहेगा।
बद्रीनाथ विधानसभा में जोशीमठ विकासखंड के कुछ गाँवों के लोग इन दिनों यारसागम्बू (कीड़ा जड़ी) की तलाश में उच्च हिमालयीं क्षेत्रों में रहते हैं,जोकि 15 जुलाई के बाद वापस अपने गाँवों को लौटते हैं,अब ऐसे में यह भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर बड़ी चुनौती हैं।