
नई दिल्ली: हरिद्वार संसदीय सीट से लोकसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन के दौरान उत्तराखंड में अवैध खनन और खनन सामग्री का सवाल उठाकर उत्तराखंड की मौजूदा भाजपा सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया हैं।यही नहीं त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खनन विभाग से जुड़े अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराते हुए उनके ऊपर कार्यवाही की माँग सदन के भीतर उठाई हैं।पूर्व में भी त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश की क़ानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े कर चुके हैं।वहीं ताजोतरीन इस मसलें को लेकर प्रदेश के खनन सचिव बी.के संत ने सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस आरोप को भ्रामक बताया हैं।
सचिव खनन बृजेश कुमार संत ने कहा राज्य में अवैध खनन बढ़ रहा है,यह पूरी तरह से निराधार,गलत और भ्रामक है,इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि वित्त वर्ष 2023-24 में खनन राजस्व में तेजी से वृद्धि हुई है,उत्तराखंड प्रदेश के गठन के बाद से 2002 से 2025 तक राज्य में खनन से इतना राजस्व कभी भी प्राप्त नहीं हुआ,यह पहली बार है कि हमने वित्त (विभाग) द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा किया है और यहां तक कि 200 करोड़ रुपए से अधिक का अधिशेष राजस्व लेकर आए हैं,इसे खनन विभाग की बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है, इससे साबित होता है कि अवैध खनन पर सरकार द्वारा प्रभावी नियंत्रण लगा है, हमने जो कार्यप्रणाली अपनाई है, वह यह है कि हमने नियमों को सरल बनाया और दंडात्मक कार्रवाई बढ़ा दी है।हम नई तकनीकों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खनन सामग्री ढोने वाले ट्रक मालिकों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह सदन में इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि हरिद्वार,देहरादून, नैनीताल और उधमसिंह नगर के जिलों में रात के समय अवैध रूप से संचालित खनन ट्रकों का संचालन हो रहा है।कहा कि राज्य सरकार और प्रशासन के स्पष्ट निर्देशों के बाबजूद भी खनन माफियाओं के द्वारा रात्रि के समय ट्रकों का अवैध संचालन धडल्ले से किया जा रहा है।उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर भी मिलीभगत का आरोप लगाते हुए इस मामले में संलिप्त अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर लापरवाही बरतने वालों पर कठोर अनुशासत्मक कार्यवाही करने की माँग उठाई हैं।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस सवाल के बाद पहाड़ मैदान के मुद्दे से छिटक रही अपनी ही भाजपा सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए विपक्ष को मजबूती के साथ हमलावर होने का खुला मौका दे दिया हैं,वो भी ऐसे वक्त में जब सरकार पंचायतों के चुनावो में जाने की तैयारी कर रही हैं।सियासी गलियारों में खबर यह भी हैं कि खनन बहाना सीएम निशाना हैं,अब कहीं न कहीं सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस बयान से प्रदेश में भाजपा सरकार की छवि धूमिल होना तय माना जा रहा हैं,क्योंकि विपक्ष के नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत की खनन पर सवाल उठाने वाली फेसबुक पोस्ट को जमकर शेयर कर रहें हैं।