
नंदानगर: पहली बार गठित नगर पंचायत नंदानगर का निकाय चुनाव रोचक बनता जा रहा हैं।यहाँ बीते दिनों धरगाँव लगा उस्तौली सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी कुंदन राम आर्य का नामांकन रद्द होने से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह फ़र्शवान निर्विरोध पार्षद चुने गए थे।आज नाम वापसी की अंतिम तिथि पर नंदानगर कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह रावत के छोटे भाई विक्रम सिंह रावत ने कुन्तरी लगा फाली वार्ड से भाजपा के सभासद प्रत्याशी भरत सिंह के पक्ष में नामांकन वापस करने से सबको हैरत में डाल दिया हैं।विक्रम सिंह द्वारा नाम वापसी लिए जाने पर भरत सिंह कुन्तरी लगा फाली वार्ड से निर्विरोध पार्षद निर्वाचित हो गए हैं।
बता दें कि पूर्व में इसी सीट पर कांग्रेस के द्वारा सबर सिंह रावत को पार्टी की आम बैठक में प्रत्याशी घोषित किया था।इसी सीट पर छात्र राजनीति में सक्रिय रहें निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पप्पू रावत और भाजपा के बाघ सिंह के द्वारा भी दावेदारी पेश की गई थी।लेकिन नामांकन के समय पप्पू रावत और सबर सिंह रावत ने दावेदारी से हाथ पीछे कर लिए।जिसके बाद भाजपा की तरफ़ से भरत सिंह ने नामांकन करवाया था।साथ ही विक्रम सिंह और बाघ सिंह ने भी इसी वार्ड से सभासद के लिए नामांकन करवाया था।लेकिन आज पहले बाघ सिंह ने पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में अपना नामांकन वापस लिया,जबकि देर शाम को विक्रम सिंह ने भी अपना नामांकन वापस लेकर निकाय चुनाव की गणितों में उलझें गणितज्ञों को उलझा कर रख दिया।
जहाँ भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर भरत सिंह का निर्विरोध चुना जाना संध्या देवराड़ी के लिए संजीवनी मान रही हैं।वहीं सोशल मीडिया पर कांग्रेसी कार्यकर्ता इसे अध्यक्ष पद के लिए अपने पक्ष में चुनावी रणनीति का हिस्सा बता रहे हैं।इस तरह नंदानगर में अध्यक्ष पद की एक सीट पर कांग्रेस से बीना देवी और भाजपा की संध्या देवराड़ी मैदान में हैं।जबकि सभासदों में आरक्षित अनुसूचित जाति महिला फ़रख़ेत वार्ड पर भाजपा,कांग्रेस सहित एक महिला निर्दलीय मैदान में हैं।वहीं धौलाचक उस्तौली सीट से भाजपा और कांग्रेस से दो महिलायें मैदान में हैं।