ज्योतिर्मठ के लोगो ने किया महाबंद का ऐलान,गाड़ीयों से लेकर दुकानें रहेंगी बंद,जानिये क्यो?

ज्योर्तिमठ:बीते साल ज्योतिर्मठ में आई आपदा के बाद से सुरक्षात्मक कार्य शुरू न किए जाने से नाराज मूल निवास स्वाभिमान संगठन के द्वारा ज्योर्तिमठ महाबंद का आवाहन किया गया है।संगठन का कहना है,कि जोशीमठ भू धंसाव की घटना को 21 महीने बीत गए,लेकिन सरकार और प्रशासन की तरफ़ से कोई भी सुरक्षात्मक कार्य ज्योर्तिमठ में शुरू नही किए गए हैं।जिसकी नाराजगी को लेकर कल शुक्रवार की जोशीमठ में महाबंद का ऐलान किया गया हैं।
ज्योतिर्मठ तहसील के उपजिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को ज्योतिर्मठ में मूल निवास स्वाभिमान संगठन की तरफ़ से चक्काजाम का आह्वान किया गया हैं।प्रदर्शन कर रहें लोगो से बद्रीनाथ यात्रा और हेमकुंड साहिब की यात्रा गतिमान होने के चलते चक्काजाम को टालने की दिशा में वार्ता की जा रही हैं।फ़िलहाल वार्ता का क्रम जारी हैं।
अब 21 महीनो के बाद एक बार फिर से ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) में हुए भू धंसाव को लेकर एक बार फिर कल 27 सितंबर शुक्रवार को आंदोलन शुरू हो रहा है।जिसमे व्यापार मंडल की सहमति पर ज्योतिर्मठ बाजार पूरी तरह बंद रहेगा,साथ ही ज्योतिर्मठ में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी चक्काजाम की चेतवानी को लेकर आंदोलन की तैयारी तेज हो गई है। मूल निवास स्वाभिमान संगठन और टैक्सी यूनियन,व्यापार सभा ज्योतिर्मठ के साथ साथ नगर के 9 वार्डों की जनता कल एक साथ सड़क पर उतरकर अपना विरोध जताएगी।
चक्काजाम और आंदोलन की चेतावनी को लेकर चमोली के डीएम संदीप तिवारी और एसपी सर्वेश पंवार ने जोशीमठ जाकर स्थानीय लोगो से जोशीमठ टाउन हाल् में सार्वजनिक वार्ता की थी,जिसमे डीएम के द्वारा एक माह के भीतर नगर क्षेत्र में सुरक्षात्मक कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया गया था,लेकिन कुछ बिंदुओं पर आंदोलनकारियो और प्रशासन के बीच बात नहीं बन पाई,जिसके बाद मूल निवास स्वाभिमान संगठन के द्वारा चक्काजाम और बाजार बंद के कार्यक्रम को यथावत रखा गया हैं।ऐसे में बद्रीनाथ,हेमकुंड और फूलो की घाटी आने जानें वाले यात्रियों को ख़ासी दिक्कतों का सामना करना पड सकता हैं।