
देहरादून/चमोली: बीते दिनों शासन के द्वारा बड़े स्तर पर किए गये प्रशासनिक फेरबदल के बाद उसका असर ज़िलो पर दिखाई देनें लगा हैं।जहां देहरादून के नवनियुक्त डीएम सविन बंसल ने दून की सफाई व्यवस्था में गड़बड़ी के बाद मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अविनाश खन्ना से दस महत्वपूर्ण चार्ज हटा दिए,वहीं चमोली में भी डीएम का चार्ज सँभालते ही संदीप तिवारी ने नगर क्षेत्र की सड़को पर टैग लगे गौवंशीय पशुओं के घूमने पर कड़ी नाराजगी ज़ाहिर की हैं।उन्होंने पालिका और पशुपालन विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि टैग से पशुओं के मालिकों की पहचान कर उनके ऊपर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
देहरादून के ज़िलाधिकारी सविन बंसल ने नगर के सफ़ाई आयुक्त डा.अविनाश खन्ना से सफाई कार्य की निगरानी से लेकर बिल सत्यापन का चार्ज हटाकर उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल को सौंप दिया है।आपको बता दें कि हाल ही में डीएम ने नगर निगम में बैठक लेकर स्पष्ट कहा था कि वे लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे।उन्होंने डोर-टू-डोर कूड़ा उठान, निगरानी और जागरूकता अभियान को लेकर बैठक में फीडबैक भी लिया था।लेकिन अधिकारियों की तरफ़ से कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला।जिस पर तत्काल एक्शन लेकर डीएम ने 15 के करीब महत्वपूर्ण कार्यों का चार्ज दून नगर निगम के C.T.H.O डा.अविनाश खन्ना से हटाकर उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल को सौंप दिया।
उधर चमोली में भी डीएम संदीप तिवारी ने चार्ज लेते ही क्लैक्ट्रेट स्थित रिकॉर्ड रूम और विभिन्न पटलो का निरक्षण किया।डीएम ने चमोली के नगर क्षेत्रों में टैग लगे निराश्रित पशुओं और जगह जगह फैले कूडे को देखते हुए जनपद की नगर पालिकाओं और पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों का जवाब तलब किया है।डीएम ने जनपद के भ्रमण के दौरान देखा कि गोपेश्वर,पीपलकोटी,और जोशीमठ नगर क्षेत्रों में टैग लगे पशु घूम रहे है,और नगर क्षेत्र में फैले कूडे को खा रहे है।जिस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी नगर क्षेत्रों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए है कि टैग शुदा पशु सड़कों पर न रहे और किसी भी प्रकार का कूडा खुले में सड़क पर नही दिखना चाहिए। टैग से पशु मालिकों की पहचान की जाए और पशुओं को आवारा छोड़ने पर चालान किया जाए। सड़क पर खुले में कूड़ा फेकने वालों के विरू़द्व भी नियमानुसार सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।डीएम ने सख्त हिदायत दी है कि इस कार्य में किसी भी तरह की हीलाहवाली बरतने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।